वो यारों की महफिल वो मुस्कराते पल,
दिलसे जुडा है अपना बिता हुआ कल |
कभी गुजरती थी जिंदगी वक्त बिताने मे,
अब वक्त गुजर जाता है, चंद कागज के नोट कमाने मे ||
आंबे पूर्णिमा...
9 years ago
From today, painting is dead!
वो यारों की महफिल वो मुस्कराते पल,
दिलसे जुडा है अपना बिता हुआ कल |
कभी गुजरती थी जिंदगी वक्त बिताने मे,
अब वक्त गुजर जाता है, चंद कागज के नोट कमाने मे ||
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